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मारे इर्द-गिर्द लाखों घटनाएँ रोज घटती हैं और अगर हम उनको किसी के साथ न बांटें तो ये हमारे अंदर घुटन पैदा करती हैं ,आज मैनें यह सोचा की
क्यों न अपने अंदर पैदा होने बाली इस घुटन को
बाहर निकालूं और कुछ लिखूं ताकि आने बाला कल ये जान सके की सच क्या है ................

गुरुवार, 22 सितंबर 2011

जिन्दगी की राहों पर

लहरों पर दौड़ने के लिए हिमत का होना जरूरी होता है 
          आसमान में उड़ने के लिए होसलों का होना जरूरी होता है
 जिन्दगी युहीं नहीं जी जाती साथिया, 
             जीने के लिए इच्छाओं का जिन्दा रहना  जरूरी होता है
 यूँ तो जिन्दगी छोटे छोटे धागों से मिलकर बनती है
               पर हर धागे को पक्का रखने के लिए 
 सच्चा प्यार होना जरूरी होता है 
          खुशियाँ  यूँ ही नहीं आती है जिन्दगी में किसी की  ,
खुशियाँ लाने के लिए खुश रहना जरूरी होता है 
           जिन्दगी की राहों  पर डगमगा न जाये कदम  कहीं
 इसलिए हर कदम को सोच समझ कर रखना जरूरी होता है
 जंग युहीं नहीं जीती जाती बातें करके वीर  ,
         जंग जितने के लिए लड़ना जरूरी होता  है 
 

                                                           प्रदीप सिंह    (एच. पी . यू ) शिमला
     








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