"ऐ जिंदगी अगर तू खुशी न देती तो शायद गम क्या है मुझे पता न चलता....." |
आज बाजुओं में ताकत बहुत है और हथौड़े की चोट के आगे पत्थर भी डर रहा है....
मुझे कल की फ़िक्र नहीं और न ही पीछे का कुछ याद रहा है ...............
मैं हर दर्द को भुलाकर बस आज में जीना चाहता हूँ ,
आज दिवाली है बस इसे अपनों के साथ मानना चाहता हूँ......”
प्रदीप सिंह .........कांगड़ा हिमाचल प्रदेश
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